शिवरीनारायण: मेले के सफल आयोजन और व्यवस्था हेतु अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी,शिवरीनारायण में माघ पूर्णिमा मेला 16 फरवरी से 1 मार्च तक….
जांजगीर-चांपा। जिले की ऐतिहासिक, पौराणिक और धार्मिक नगरी शिवरीनारायण में 16 फरवरी से 1 मार्च तक माघ पूर्णिमा मेले का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने मेले के सफल, सुरक्षित आयोजन के लिए विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है।
जारी आदेश के अनुसार मेला स्थल में पुलिस कंट्रोल रूम एवं विभागीय समन्वय केंद्र, दुकानों हेतु प्लाटिंग, दुकान एवं स्टॉल आबंटन, मेला परिसर के समतलीकरण आदि की जिम्मेदारी मेला आयोजन समिति, तहसीलदार शिवरीनारायण, कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण, जिला खनिज अधिकारी और थाना प्रभारी शिवरीनारायण को दी गई है। मेला स्थल पर नदी घाट में समुचित प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था के लिए छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल के मुख्य कार्यपालन अभियंता, नगर पालिका जांजगीर नैला, नगर पंचायत शिवरीनारायण, खरौद, नवागढ़, वन मंडल अधिकारी को सौंपी गई है। जारी आदेश में कहा गया है कि मेला आयोजन समिति सभी कर्मचारियों को पहचान पत्र जारी करेगी। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, नगर पंचायत शिवरीनारायण, खरौद, नवागढ़ द्वारा पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। बैरिकेटिंग बाईपास टावर व्यवस्था, स्वास्थ्य व्यवस्था, बांस बल्ली व्यवस्था, साफ-सफाई, कानून एवं शांति व्यवस्था, अग्निशमन व्यवस्था ,महानदी घाट में स्थान व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए भी संबंधित विभागीय अधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देशानुसार ब्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
मेला अवधि में स्थल पर अस्थाई क्लिनिक,एम्बुलेंस तथा 02 चिकित्सक दल दवाइयों सहित अपने स्टाफ के साथ उपस्थित रहेंगे। स्वास्थ्य विभाग प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवरीनारायण स्वास्थ्य सेवाएं 24 घंटा उपलब्ध कराने की व्यवस्था करेंगे। डायरिया से निपटने आवश्यक दवाओं की व्यवस्था रखने तथा ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था चिकित्सा विभाग द्वारा की जावेगी। कोविड टेस्टिंग हेतु जगह-जगह में टेस्टिंग टीम की ब्यवस्था की जाएगी। मास्क और सेनेटाइजर की पर्याप्त व्यवस्था का दायित्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपा गया है।इसके अलावा बैरिकेटिंग, बायपास, वाच टावर व्यवस्था, बांस बल्ली की व्यवस्था, साफ-सफाई की व्यवस्था, कानून एवं शांति व्यवस्था, अग्निशमन की व्यवस्था, महानदी घाट में स्नान व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए संबंधित अधिकारियों को दायित्व सौंपे गये है।