नये साल की नई उम्मीद : डबल इंजन सरकार…सीएम बनते ही साय ने रेल लाइन के संबंध में केंद्रीय मंत्री से की चर्चा …दुर्ग- बलौदाबाजार – खरसिया रेल लाइन का काम होगा शुरू …. । चमन बहार

दिनेश देवांगन.

बलौदाबाजार ।

प्रदेश में अब डबल इंजन की सरकार आने से प्रस्तावित खरसिया – बलौदाबाजार- नया रायपुर-दुर्ग रेल लाइन निर्माण बाधा दूर होती दिखाई दे रही है। रेल मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट को अपनी सैद्धांतिक सहमति दे दी है। जिस तरह 2019 लोकसभा चुनाव के पहले केन्द्र के मोदी सरकार ने कवधा, डोंगरगढ़, कॉरिडोर का भूमिपूजन किया था, संभावना है उसी तरह क्षेत्र की इस बहुप्रतीक्षित रेलवे लाइन का भी भूमिपूजन लोकसभा चुनाव के पहले हो जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री बनते ही सीएम विष्णु देव साय ने केंद्रीय रेल मंत्री से इस रेल लाइन के संबंध में चर्चा की थी। सूत्रों की मानें तो जारी बैठकों के बाद जल्द ही कुछ और स्थितियां स्पष्ट हो जाएंगी।

उल्लेखनीय है कि खरसिया से शुरू होकर शिवरीनारायण, बलौदाबाजार, खरोरा नया रायपुर होते हुए परमलकसा तक 325 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी जो जिला मुख्यालय व पलारी तहसील के 35 गांवों से होकर गुजरेगी। परियोजना में केंद्र और राज्य सरकार ने अपनी- अपनी भागीदारी तय की थी, परियोजना की निर्माण लागत लगभग 4250 करोड़ व कुल लागत 8250 करोड़ रुपए है, जिसमें भूमि की लागत परियोजना अवधि के लगने वाला व्याज व प्राइज एक्सक्लेसन, अन्य व्यय सम्मिलित हैं। परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत क्रियान्वित किया जाना है, ताकि ट्रैक बनाने में आने वाले खर्च का बोझ कम हो सके।

35 गांवों से गुजरेगी लाइन, लोकसभा चुनाव से पहले भूमिपूजन संभव दुर्ग-बलौदाबाजार-शिवरीनारायण समस्या से बचने रूट में किया परिवर्तन तकनीकी परिचालन संबंधी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए दपूम रेलवे के साथ चर्चा खरसिया करोड़ रुपए से बिछेगी 325 किलोमीटर लंबी कर छग रेलवे कार्पोरेशन द्वारा 8250 रेल लाइन, कई गांव के ग्रामीणों को होगा। 2017 में नए ट्रैक का प्रस्ताव बजट में लाए थे करीब छह साल पहले इस नए ट्रैक का प्रस्ताव केंद्र सरकार बजट में लाई थी। रेल मंत्रालय द्वारा सैद्धांतिक सहमति 2017 को प्राप्त हुई थी। इसके बाद सर्वेक्षण किया। खरसिया, बलौदाबाजार,नया रायपुर, रसमडा रेल लाइन परियोजना के लिए रिपोर्ट तैयार कर भारतीय रेलवे बोर्ड व रेल मंत्रालय को जुलाई 2018 में परियोजना स्वीकृति के लिए प्रेषित की गई थी।

नए साल में काम शुरू होने की उम्मीदः टंकराम वर्मा

इस रेल लाइन परियोजना को लेकर कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा ने बताया कि राज्य में नई सरकार बनते ही मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रेलवे मंत्री से क्षेत्र की प्रस्तावित रेल लाइन के संबंध में चर्चा की है। उम्मीद है नए वर्ष में इसके निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी।

रेल मार्ग में आंशिक संशोधन करते हुए नए रूट का प्रस्ताव छग शासन को प्रेषित किया था। नए रूट में रेल लाइन नवा रायपुर क्षेत्र के अंदर से गुजरते हुए परमलकसा रेलवे स्टेशन पर टर्मिनेट होना प्रस्तावित था। दपूम रेलवे द्वारा ट्रेनों के सुचारू रूप से। परिचालन के लिए प्रस्ताव दिया गया कि रेल मार्ग नया रायपुर क्षेत्र के बाहर से ले जाया जाए, ताकि रेल मार्ग में पड़ने वाले सर फेश क्रॉसिंग को टाला जा सके। लंबित प्रक्रिया के बाद राज्य सरकार ने जनवरी में डीपीआर पर अपनी सहमति देकर इसे भारतीय रेलवे बोर्ड को सेंशनकेंद्रीय मंत्री से चर्चा करते साय के लिए भेज था।

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