CG : ग्रेट छतीसगढ़ रन में दौड़े तीन हज़ार से अधिक धावक, तीन लाख रुपये से अधिक के पुरस्कार भी जीते….अगली मेराथन दौड़ 17 दिसम्बर 2023 को होगी…। चमन बहार
More than three thousand runners ran in the Great Chhattisgarh Run, also won prizes worth more than three lakh rupees…. The next marathon race will be held on 17 December 2023.
रायपुर।
छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी रनिंग कम्युनिटी लेट्स रन के तत्वाधान हर साल की तर्ज़ पर ‘दा ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ का आयोजन तीन हज़ार से ज़्यादा धावकों के साथ नया रायपुर में किया गया | यह लेट्स रन के अंतर्गत आयोजित हुई वार्षिक मैराथन का सातवां संकरण है | यह हर साल की तरह छह कि.मी, दस कि.मी, 21 कि.मी मैराथन के आयोजन के अलावा मध्य भारत एवं छत्तीसगढ़ में पहली बार 42 कि.मी की फुल मैराथन का आयोजन किया गया |
यह मैराथन नया रायपुर में आयोजित हुई और विशाल जन समूह ने इसमें भाग लिया | लेट्स रन कोई व्यावसायिक नहीं बल्कि दौड़ने से जुड़े हुए समाज के विभिन्न भागों से आए हुए धावकों का समूह हैं जिन्हे दौड़ना और शारीरिक रूप से अपने को तंदरुस्त रखना पसंद हैं | इस समूह में रायपुर के हर वर्ग से और अलग अलग उम्र के लोग भी जुड़े हुए हैं जो साल में तीन-चार बड़े-छोटे ऐसे आयोजन करवाते रहते हैं| दा ग्रेट छत्तीसगढ़ रन, हर साल छत्तीसगढ़ की एक विशेषता को अपने वार्षिक आयोजन में प्रदर्शित करता हैं, इस बार बैगा समुदाय की महिलाओं में प्रचलित गोदना कला को मैराथन में धावकों के सामने लाया गया|
मेराथन के आयोजक डॉक्टर विनय तिवारी ने बताया प्रचलित मान्यता के अनुसार गोदना एक बैगा महिला का वह गहना हैं जो मृत्यु पर्यन्त उनके साथ रहता हैं और दौड़ना भी धावकों के लिए कुछ ऐसा ही एहसास हैं| यह मैराथन में हर तरह के धावकों के लिए बनी है, चाहे वह अपने आनंद के लिये दौड़ते है या पेशेवर रूप से | इस आयोजन में भाग लेने के लिए धावक दूसरे राज्यों से भी शरीक हुए | रोटरी क्लब ऑफ रायपुर रॉयल ने भी इस आयोजन मैं अपनी सम्पूर्ण सहभागिता दिखाई एवं सभी धावकों का भरपूर मनोबल बढ़ाया |
कोऑर्डिनेटर सुनील अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ शासन का आभार प्रकट किया उनके योगदान के लिए खासकर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल , छत्तीसगढ़ बिजली विभाग , रायपुर नगर निगम, नया रायपुर डेवलपमेंट एटोरिटी, कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे, निगम प्रमुख मयंक चर्तुवेदी, हस्त शिल्प बोर्ड के प्रमुख अरूण प्रसाद , रेरा प्रमुख ढांड जी सहित लोगों का आभार जताया । इसके अलावा श्री नारायणा हॉस्पिटल और कई प्रमुख व्यवसायिक प्रतिष्ठानों ने भी मैराथन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया ।