कटगी : जोंक नदी की धाराएं सूख रही… पानी काई से पटी पड़ी… शिवरीनारायण बांध का जोंक नदी में क्या प्रभाव देखने को मिला पढ़ें… । चमन बहार
Katgi: The streams of the Jonk river are drying up… the water is covered with moss… what effect of the Shivrinarayan dam was seen in the Jonk river Read
कटगी।
आदर्श ग्राम पंचायत कटगी की जीवनदायिनी कहे जाने वाले जोंक नदी की जलधाराएं इन दिनों स्थिर हो गई है हालांकि अभी भी ठंड का मौसम है लेकिन नदी अभी से ही तालाब सी हो गई है क्योंकि पानी बह नहीं रहा है हर साल की तरह इस साल भी पानी की समस्या से लोगों को रूबरू होना पड़ेगा। नदी का पानी तालाब जैसे स्थिर हो गया है जिसके चलते पानी में काई, शैवाल लगने लगी है अभी फरवरी की शुरुआत है और नदी में पानी कम नजर आ रहा है वहीं पानी भी गंदा हो गया है।
आपको बता दें कि शिवरीनारायण की महानदी में बांध बनने से कटगी जोंक नदी में भी प्रभाव की आशा थी लेकिन इस साल शिवरीनारायण बांध की सभी करीब 52 गेट बंद होने के बाद भी कटगी जोंक नदी में कोई प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है, बांध करीब 15 दिन से बंद है शिवरीनारायण से कटगी की दूरी करीब 10 किलोमीटर नदी के रास्ते हैं फिर भी यहां कुछ प्रतिशत भी जलस्तर में बढ़ोतरी नहीं हो रही है कटगी के लोगों की सालों की मांग है कि नदी में चेक डैम की आवश्यकता है लेकिन यह मांग ना तो भाजपा सरकार कर पाई और ना ही कांग्रेस सरकार पूरी कर पाई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में भी लोगों को बड़ी आशा थी कि कटगी जोंक नदी पर चैक डैम बनने की स्वीकृति मिलेगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ कटगी को किसी प्रकार की कुछ भी नहीं मिला।
प्रति स्नान करने वाले लोगों ने क्या कहा…..
नदी में नहाने वाले लोगों ने बताया कि हमें शिवरीनारायण बांध से बड़ी आस थी कि इस साल बांध की सभी गेट बंद की गई है तो यकीनन कटगी जोंक नदी में भी प्रभाव देखने को मिलता लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है ना तो जोंक नदी में इसका प्रभाव देखने को मिल रहा है ना तो जल स्तर में कुछ बढ़ोतरी हो रही है। पानी अभी से ही खराब हो रहा है अभी फरवरी महीना है अभी पूरी गर्मी का मौसम बाकी है हमें गर्मी के मौसम में पानी के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ेगी ऐसा हमें इसलिए लग रहा है क्योंकि नदी का जलस्तर अभी से ही कम हो गई है।
हर साल गिरौदपुरी मेला के पहले नदी में बनाई जाती है कच्ची बांध….
कटगी और अमोदी जोंक नदी की पानी को कच्ची बांध बनाकर हर साल पानी रोका जाता है इस साल में नदी में कच्ची बांध बनने का निर्देश जारी हो गया। लेकिन यह भी एक से डेढ़ महीने पानी रुक पाती है जिसके बाद नदी की पानी पुरी तरह खराब होने लगती है।