कसडोल : मिसल रिकॉर्ड की वेबसाइट बन्द, भटक रहे स्कूली बच्चों के पालक…क्या बिना आय जाति निवास के स्कूल में नहीं हो रहे एडमिशन ?… पढ़ें BEO ने क्या कहा…। चमन बहार

Kasdol: Website of missal record closed, parents of school children are wandering… Are admissions not being done in schools without income caste residence?… Read what BEO said…. Chaman Bahar

दिनेश देवांगन.

कसडोल।

मिसल और अधिकार अभिलेख वर्तमान भूमि के मूल अभिलेख हैं, जो कि 1925 से 1935 तथा 1955-1956 में बनाये गए थे, इन्ही अभिलेखों में अंकित जाति के आधार पर जाति प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं। लेकिन पिछले 1 वर्ष से अधिक समय से ऑनलाइन मिसल और अधिकार अभिलेख डाउनलोड नहीं हो रहे हैं, वेबसाइट ही हटा लिया गया है । बीच में एक हफ्ते के लिए शुरू किया गया था, उसे फिरसे बंद कर दिया गया है ।

पटवारियों के पास मिसल की एक प्रतिलिपि होती है, लेकिन ज्यादा उपयोग और पुराने होने के कारण अभी पलटने की स्थिति में भी नहीं है, अत्यधिक जीर्ण शीर्ण हो चुके हैं, ऐसे में यदि किसी को मिसल की जरूरत है तो जिला अभिलेखागार का रुख करना पड़ता है, जहाँ उन्हें दिन भर चक्कर लगाने और 1000 रु से 1500 रु तक खर्च करने के बाद मिसल की प्रति मिल पाती है । उसमें भी जानकारी के अभाव में गलत प्रति आवेदक ले आते हैं ।

इस समस्या का हल NIC चाहे तो एक घण्टे में निराकरण कर सकते हैं, क्योंकि ई- फॉरमेट में सारे अभिलेख मौजूद हैं । वेबसाइट को पुनः शुरू करने की आवश्यकता है । लेकिन ऐसी क्या बात है कि इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है । जबकि पटवारियों द्वारा SDM और कलेक्टर को यह बात पिछले वर्ष ही अवगत कराया जा चुका है ।

इस मामले में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कसडोल राधेलाल जायसवाल से मोबाइल पर संपर्क करने पर बताया कि बिना जाति-निवास के एडमिशन हो जायेगा लेकिन बाद में बनवाना पड़ेगा।

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