कसडोल : शासकीय उच्च प्राथमिक शाला देवरीकला के प्रधानपाठक ने स्कूली बच्चों से दीवालों की पुताई कराई… यह लापरवाही 1 बार नहीं 2 बार की गई… शिक्षा के नाम पर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़…BEO और DEO ने क्या कहा पढ़ें….। चमन बहार

Kasdol: Principal of Government Upper Primary School Deorikala got the school children to paint the walls… This negligence was done not once but twice… Playing with the future of children in the name of education… What did BEO and DEO do? Where to read….

बलौदाबाजार।

बलौदाबाजार जिले की कसडोल विकासखंड के शासकीय उच्च प्राथमिक शाला देवरीकला के प्रभारी प्रधानपाठक चितेश्वर प्रसाद वर्मा ने बच्चों से स्कूल कि दीवालों की पुताई कराई है इस मामले को जागरूक व्यक्ति द्वारा अपने मोबाइल मे कैद कर लिया है फिर चमन बहार MEDIA 24X7 को दिया। यह बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया, ऐसा काम‌ गंभीर अपराध की श्रेणी मे आती है शिक्षा के नाम पर बच्चों से काम कराना बाल श्रम कानून के अंतर्गत आती है लेकिन शिक्षित व्यक्ति होने के बाद प्रधान पाठक चेतेश्वर प्रसाद वर्मा के द्वारा यह काम बिंदास कराया जा रहा था, इस प्रकार की काम कराना कहां की शिक्षा है ?

विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक बताया गया कि बच्चों को डरा धमका कर यह काम कराया गया था यह काम एक बार नहीं बल्कि कई बार कराया गया है 22 अप्रैल 2022 को और मुख्यमंत्री की भेंट मुलाकात कार्यक्रम होने वाली थी इनके बीच भी बच्चों से दीवालों की पुताई कराई गई है यानी जानकारी के मुताबिक 2 बार स्कूल की पुताई कराई गई है। प्रधान पाठक शिक्षित होने के बावजूद ऐसी गलती दो-दो बार कैसे कर सकते हैं ? बच्चों को पढ़ाई ना कराकर दीवानों की पुताई कराया गया, जिससे बच्चों की पढ़ाई बर्बाद हो रही है ऐसे शिक्षकों को बर्खास्त की कार्रवाई होनी चाहिए,जो बच्चों के भविष्य के साथ सीधे तौर पर खिलवाड़ कर रहे हैं यह गलती एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार की गई है।

प्रधानपाठक ने शासकीय पैसे हड़पने का काम किया…

हर साल सभी स्कूलों में 70 से 85 हजार रुपए आती है यह शासकीय राशि को हड़पने के विचार से बच्चों के जरिए काम कराया गया है इतने शासकीय पैसे आने के बावजूद पेंटर से काम ना कराकर छात्रों से दिवालों की पुताई करवाना जिससे साफ पता चल रहा है कि शासकीय पैसे हड़पने का काम किया गया है।

टुटी सीढ़ी मे जान जोखिम मे डालकर पुताई कर रहे बच्चे….

वही तस्वीर में देख सकते है कि टुटी हुई सीढ़ी मे बच्चों अपने जान को जोखिम मे डाल के स्कूल की दीवाल की पुताई कर रहा है यह तस्वीर शाम 6 बजे की है जबकी स्कूल को 4 बजे के बाद बंद करने का नियम है, यहां प्रधानपाठक चितेश्वर प्रसाद वर्मा के द्वारा कई नियम, कानून को ताक मे रख कर बच्चों से बिंदास काम करा रहा है।

बाल श्रम मजदूरी कानून के खिलाफ…

बाल श्रम प्रतिषेध एवं विनियमन आधिनियम 1986 की धारा 14 के अनुसार बाल श्रम करवाने वाले व्यक्ति को 3 माह से 1 वर्ष तक का कारावास या 10 हजार से 50 हजार तक का जुर्माने से दंडित किया जा सकता है या दोनों भी हो सकती है। अब देखना यह होगा कि प्रभारी प्रधानपाठक चितेश्वर प्रसाद वर्मा पर किस प्रकार की कार्यवाही होती है।

”पुताई हो गई है इस पर क्षमा चाहता हूं चलो हम लोग आपसे क्षमा चाहते है बच्चों से एकदम ज्यादा कुछ नही किये है सीएम सर का दौरा था तो जल्दबाजी मे बच्चों लोगों से पुताई का काम कराये है आपसे क्षमा चाहते है अब बच्चे लोगों से काम नही करायेगे।

“चितेश्वर प्रसाद वर्मा ”

प्रभारी प्रधानपाठक

शासकीय उच्च प्राथमिक शाला देवरीकला

इस मामले में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कसडोल ने क्या कहा…

मैं सीएम सर के दौरा के पहले वहां गया था, बोला था पुताई कराने को लेकर बच्चों से पुताई करना गलत बात है शिकायत के आधार में कार्यवाही करुंगा।

”राधेलाल जायसवाल ”

ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कसडोल

DEO ने क्या कहा….

बीईओ से पुछो वही है वहां कसडोल में है वो जो है अच्छे से बतायेंगें और मैं जो ना सीएम सर के कार्यक्रम में हुं और जो आप बता रहे हो पुछता हुं बीईओ से।

“चैनु सिंग ध्रुव”

जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार -भाटापारा

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