कुशगढ़ में 21 दिसंबर को मनाई गई गुरुपर्व महोत्सव…। चमन बहार

ग्राम कुशगढ़ में सतनामी समाज एवं ग्रामवासियों के द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरु पर्व गुरु घासीदास जयंती 21 दिसंबर दिन गुरुवार को धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।इस दिन प्रातः 7:15 बजे जोड़ा जैतखाम में ज्योति कलश की स्थापना भंडारी संत जनकराम रत्नाकर जी के द्वारा किया गया।

शोभायात्रा श्वेतध्वज वाहकों की अगुवाई में सभी जाति समुदाय के लोगों एवं 4 ग्रामों के पंथी दल के साथ निकाली गई।पालो चढ़ावा साधु,संत,महंत एवं सामाजिक पदाधिकारियों की उपस्थिति में की गई तत्पश्चात गांव के सभी माता- बहनों के हाथों में आरती की थाली रखकर गुरु घासीदास जी की सात आरती का गायन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि बिलाईगढ़ विधानसभा की विधायक कविता प्राण लहरे के साथ ही सभी अतिथियों का आगमन तय समय पर ही रात्रि 8:00 बजे हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता भूमिदान दाता संत गुरु शानिदास खुटे जी ने किया।अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में जिला पंचायत बलौदाबाजार के सभापति एवं ग्राम कुशगढ़ के शेख अलीमुद्दीन विशेष रूप से उपस्थित हुए।

विधायक का स्वागत पंच द्वारा लक्ष्मीक्रान्ति खुटे एवं गायत्री धृतलहरे के द्वारा पुष्पहार से किया गया।उद्बोधन की कड़ी में मुख्य अतिथि ने डॉ अम्बेडकर के संघर्ष मय जीवन एवं गुरु घासीदास जी के द्वारा सामाजिक उत्थान के लिए किए गए कार्यो का बखान किया।रज्जु ने अपने संदेश में बताया कि जिस प्रकार शतरंज के सभी मोहरे शक्तिशाली होते हैं वैसे ही हमें भी बिना किसी भेदभाव के एकजुट होकर ताकतवर बनना है। लखन कुर्रे एवं अभय धृतलहरे जी का संदेश समाज के लिए प्रेरणादायक रहा।कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक बालकदास खुटे के द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में नलकुमार पटेल,दौलतप्रसाद रात्रे,डिग्रिलाल रात्रे,युधिष्ठिर नायक,डिगेश यादव,हेतराम पटेल,साहेबदास धृतलहरे,महेतरु रात्रे,बरतराम खण्डहरे,गुलाबराम,ताराचंद कोशले, पिलाबाबू भारती, सोनू कोशले एवं मिनिकेतन खण्डहरे की उपस्थिति सराहनीय रही।

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