RTI- मनरेगा मे फर्जीवाड़ा : सरपंच ने अपने ही परिवार के सदस्यों के नाम पर फर्जी हाजिरी चढ़ाकर किया फर्जीवाड़ा…. फर्जी हाजिरी चढ़ाने वाली रोजगार सहायिका पर अब तक कोई कार्यवाही…अधिकारियों ने कही यह बात… जाने ऐसी हुई फर्जीवाड़ा…। चमन बहार
Forgery in MNREGA: The sarpanch committed fraud by submitting fake attendance in the name of his own family members…. No action has been taken against the employment assistant who submitted fake attendance… Officials said this… Know such fraud happened ….
बलौदाबाजार ।
जिले में मजदूरी के नाम पर आर्थिक गड़बड़ी करने का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। बलौदाबाजार जिला लवन तहसील और कसडोल विकासखंड से 10 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम तुरमा है, जहां रोजगार सहायिका द्वारा अपने पति व चहेते ग्रामीणों के नाम, मस्टररोल में शामिल कर फर्जी हाजिरी भरकर उन्हें लाभ पहुंचाया जा रहा है। ऐसा करके शासन को लाखों का चूना लगाया गया है। बता दे कि मनरेगा कार्य में सरपंच व उसके परिवार के सदस्यों की मस्टररोल में फर्जी हाजिरी डालकर राशि गबन करने का मामला उजागर हुआ है।
सूचना के अधिकार के अंतर्गत मिली जानकारी में जनपद पंचायत बलौदाबाजार क्षेत्र के लवन तहसील और कसडोल विकासखंड से दस किमी की दूरी पर ग्राम पंचायत तुरमा में मनरेगा कार्य में सरपंच और उसके परिवार के सदस्यों की मस्टररोल में फर्जी हाजिरी डालकर राशि गबन करने का मामला उजागर हुआ है।ग्रामीणों ने उच्च अधिकारी व प्रदेश के पंचायत मंत्री को लिखित आवेदन देकर सरपंच व रोजगार सहायिका के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
शिकायतकर्ता साहेबलाल बंजारे, नरेंद्र कुमार पैकरा, विनोद साहू, डेविड प्रजापति, भरतलाल व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत तुरमा के सरपंच प्रेमलाल साहू व रोजगार सहायक के पद पर कार्यरत उसके छोटे भाई की पत्नी सविता साहू ने अपने पद का दुरुपयोग किया है।सरपंच प्रेमलाल साहू द्वारा अपने स्वयं के नाम पर शौचालय निर्माण, केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास व तालाब गहरीकरण कार्य में फर्जी मस्टररोल तैयार करवाकर राशि गबन किया गया है।यही नहीं रोजगार सहायिका सविता साहू ने सरपंच की पत्नी गौरीबाई, सरपंच की मां मेलाबाई व अपने पति मोहन साहू के नाम पर फर्जी मस्टर बनाकर उनके नाम से मजदूरी हासिल करने के लिए बड़ी राशि आहरण किया है।
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की ग्राम पंचायत तुरमा में जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। वहीं शिकायतकर्ताओं की शिकायत के बाद, जांच में सही पाए जाने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।रोजगार सहायिका ने वर्तमान कांग्रेस सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना को पलीता लगाते हुए गांव में बनाए जा रहे गौठान निर्माण में जिन मजदूरों ने काम नहीं किया है, उनका भी नाम मस्टररोल में फर्जी हाजिरी डालकर राशि निकालने का साहस दिखा डाला। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने गत दिनों कलेक्टर जनदर्शन और प्रदेश के पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव से सौजन्य मुलाकात कर की है तथा फर्जीवाड़ा में संलिप्त ग्राम तुरमा के सरपंच व रोजगार सहायिका के खिलाफ कार्यवाही कर नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है।
उक्त संबंध में शिकायतकर्ताओं ने पूर्व में भी बलौदाबाजार जिला के कलेक्टर व जनपद सीईओ से इसकी शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर जांच टीम गठित कर जांच भी की गई। जांच में रोजगार सहायिका को जांच टीम ने फर्जी मस्टररोल बनाने को लेकर दोषी भी माना था जिसके बाद रोजगार सहायिका को चेतावनी देकर उक्त पद पर बरकरार रखा गया। जांच टीम ने, जांच के दौरान इस प्रकार की गलती दोबारा नहीं करने की चेतावनी दी थी। इसके बावजूद रोजगार सहायिका के द्वारा फिर से रोजगार गारंटी कार्यों में फर्जीवाड़ा कर राशि का गबन किया गया है। जिसकी शिकायत के आधार पर पुनः जांच किया गया। जांच टीम ने रोजगार सहायिका को फिर से दोषी करार दिया, इसके पश्चात जांच टीम ने पद मुक्त करने का निर्णय लिया साथ ही गबन की राशि को वसूलने के लिए अनुशंसा भी की गई थी लेकिन 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी रोजगार सहायिका पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
रोजगार सहायिका अपने पद पर आज भी पदस्थ हैं, इससे साफ जाहिर होता है कि रोजगार सहायिका पर उच्च अधिकारियों की मेहरबानी बनी हुई है। दो साल बीत जाने के बाद भी कार्यवाही नहीं होने पर, शिकायतकर्ता ने फिर से बलौदाबाजार जिला कलेक्टर व जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व अनुविभागीय अधिकारी के नाम से पुन: शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है।
क्या कहते हैं अधिकारी :-
आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है, देख कर ही कुछ बता सकता हूं, दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी।
रवि कुमार, सीईओ, जनपद पंचायत बलौदाबाजार
क्या कहते हैं जांच अधिकारी :-
जांच के दौरान फर्जी मस्टररोल पाया गया है, राशि की वसूली करने व पद से बर्खास्त करने के लिए लिखा गया है।
आरएस मनहरे, जांच अधिकारी व पंचायत इंस्पेकटर, जनपद पंचायत बलौदाबाजार
क्या कहते हैं जनपद पंचायत कार्यक्रम अधिकारी :-
शिकायत पत्र प्राप्त हुआ है , शिकायत पर जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।
अविनाश पैकरा, कार्यक्रम अधिकारी, जनपद पंचायत बलौदाबाजार