भ्रष्टाचार : RTI में मिली फर्जी बिल….संदीप एजेंसी नाम की दुकान से हुई खरीदी….लेकिन इस नाम की कटगी में दुकान ही नहीं…. दुकानदारों ने कहा हमारे दुकान से नही हुई खरीदी… सरपंच पति ने दिये गोलमोल जवाब… सचिव ने कही यह बात…देखें विडियो…। चमन बहार

सरपंच पति ने कहा- गलत रहे या सलत रहे जहां खरीदें है वहां का बिल लगा है…..

कटगी।
ग्राम पंचायत डेराडीह की पंचायत में पुरी तरह भ्रष्टाचार चल रही है यह जानकारी सुचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत पता चला है, आरटीआई कार्यकर्ता दिनेश देवांगन ने 22 जुलाई को डेराडीह पंचायत में कोरोना काल के सम्बन्ध में जानकारी मांगी जिसे 22 अगस्त को दिया इसी दी गई जानकारी में पता चला है कि दो ऐसे फर्जी बिल लगाते गये हैं जो भ्रष्टाचार की खुद गवाही दे रही है संदीप एजेंसी की दो बिल लगाई गई हैं।

जिसमें पंखा,वायरल,बटन,बल्ब, पेचकस,एंगलपाईप, बोर्ड जैसे कई प्रकार के सामान की  खरीदी किया गया है  लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि ऐसा कटगी में संदीप एजेंसी की नाम से कोई ऐसा दुकान ही नहीं है तो खरीदी कर बिल कैसे लगाते गये है ?

जिसकी छानबीन करने से पता चला कि कटगी मे संदीप इलेक्ट्रॉनिक की दुकान है यहां के प्रोपराइटर से पता करने पर बताया गया कि 2020 में मेरे दुकान से खरीदी नहीं की गई है।
  वहीं बिल में प्रोपाइटर संदीप कुमार देवांगन लिखा है व मोबाइल नंबर भी दिया गया जो मोबाइल नंबर संदीप कम्प्यूटर की है उनसे भी पुछताछ करने पर पता चला कि मैं तो आज – तक पंखा,  वायर नहीं बेचता हूं मेरा सिर्फ आनलाईन का दुकान है । 

इसकी शिकायत अपर कलेक्टर के पास जनचौपाल मे की गई है शिकायत मे लिखा गया है कि जिस नाम का दुकान ही नही उस दुकान का कंप्यूटर से बिल बनाकर फर्जीवाड़ा की गया है। जो अब सूचना के अधिकार मे निकल रही है। आवेदक दिनेश देवांगन द्वारा इनकी सूक्ष्म जांच की मांग की और दोषियों पर कार्रवाई व जितने रुपए कि भ्रष्टाचार हुई है उनकी रिकवरी भराई जाये जिससे भ्रष्टाचार कम हो सकती है।

वही सचिव से इस मामले में बताया कि……
 “”सरपंच सर खरीदी  किये है वहीं बता पायेगे कहां पर है दुकान। “”
        ”अजय दिवाकर”
सचिव ग्राम पंचायत डेराडीह
वही सचिव के द्वारा दिये नंबर मे सरपंच को फोन लगाया गया तो उनके पति का नंबर बताया गया जो नावापारा के स्कूल में शिक्षक के पद में पदस्थ हैं ।
”उन्होने बताया कि  आप कटगी के हो और मेरे को दुकान कहां  पर है पुछ रहे हो । जो बिल लगी है वहीं से खरीदी किया गया है संदीप एजेंसी ग्रामीण बैंक के बगल वाले से खरीदा गया है और एक संदीप किराना दुकान से खरीदी किया गया था। अब गलत रहे या सलत रहे जहां से खरीद कर लाये हैं वही का बिल लगाये है।”
        ”वंश गोपाल चौहान”
सरपंच पति व शिक्षक नावापारा
      ग्राम पंचायत डेराडीह
वही सरपंच पति से सरपंच कि मोबाइल नंबर पर संपर्क के लिए मोबाइल नंबर मांगा गया तो बता कि मेरी पत्नी मोबाइल नहीं चलती है।‌

error: Content is protected !!