भूकंप: चारधाम यात्रा मे बड़े हादसे की आशंका… रोज आ रहे 10-20 छोटे भूकंप …. चट्टानों में आ रही है दरार….
नईदिल्ली।
चारधाम यात्रा में इस वक्त बड़े हादसे की आंशका जताई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जगह जगह चट्टानों में दरारें आ रही है, चट्टानों में एकत्रित मलबा किसी भी वक्त ढह सकता है, उत्तराखंड के वरिष्ठ सरकारी वैज्ञानिक इस बात को लेकर चिंता जाहिर की हैं, इस वक्त चारधाम यात्रा में केदारनाथ बदरीनाथ में करीब लाखों श्रध्दालु दर्शन के लिए पहुंचे है.
चारधाम यात्रा में इस वक्त बड़े हादसे की आंशका जताई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जगह जगह चट्टानों में दरारें आ रही है, चट्टानों में एकत्रित मलबा किसी भी वक्त ढह सकता है, उत्तराखंड के वरिष्ठ सरकारी वैज्ञानिक इस बात को लेकर चिंता जाहिर की हैं, इस वक्त चारधाम यात्रा में केदारनाथ बदरीनाथ में करीब लाखों श्रध्दालु दर्शन के लिए पहुंचे है.
- इस तरह की चट्टानें ऋषिकेश-बद्रीनाथ रूट पर तोता घाटी, पाताल गंगा, विष्णु प्रयाग, बलदौडत्रा, लामबगड़, हनुमान चटटी आदि में साफ देखी जा सकती हैं. उत्तराखंड स्पेस एप्लिकेशन सेंटर के डायरेक्टर वरिष्ठ भूगर्भीय वैज्ञानिक प्रो. एमपीएस बिष्ट का कहना हैं कि चारधाम यात्रा शुरू करने से पहले ही इन चट्टानों को गिरा देना चाहिए था. इसके लिए कुछ समय पहले डेंजर जोन चिह्नित किए गए थे, लेकिन ध्यान नही दिया गया।
- आय दिन आ रहे छोटे भूकंप, चट्टानों में दरारें
- हिमालयी रेंज में रोज 10-20 छोटे भूकंप आते हैं, ये रिक्टर स्केल पर 3 से कम होते हैं, इसलिए महसूस नहीं होते इनसे जमीन में कंपन होता है. ऐसे में चट्टानें ढहती रहती हैं. शोध में ये बात सामने आई है कि इन इलाकों में ऑल वेदर रोड का जो काम हुआ है, उसमें कुछ गलतियां हुई हैं, चट्टानों में पड़ी दरारें साफ संकेत दे रही हैं कि वे कभी भी नीचे गिर सकती हैं, ये कभी भी बड़े हादसों का कारण बन सकती हैं।