CG: तीन साल से नदारद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मिलता रहा वेतन, आंगनबाड़ी के नाम पर लूट का खेल… जाने पूरा मामला…। चमन बहार

CG: Anganwadi worker missing for three years continues to get salary, game of loot in the name of Anganwadi… know the whole matter
सरकार भले ही बच्चों को कुपोषड से बचाने करोड़ों खर्च कर रहीं हैं लेकिन सच्चाई यह है कि इसका लाभ गरीब व कुपोषड के शिकार बच्चों तक नहीं पहुंच पा रहा…
सोनाखान/हसुवा।
आंगनबाड़ी केंद्रों की देखभाल के लिए महिला एवं बाल विकास परियोजना से जुड़े अधिकारियों कर्मियों एवं सेविका, सहायिका पर सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रहीं हैं लेकिन भ्रष्टाचार व्यवस्था को निगल रही है ।
मामला है महिला एवं बाल विकास विभाग सोनाखान क्षेत्र का है जहां ग्राम कोर्राडीह में पदस्थ मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संतोषी चौहान पिछले तीन वर्ष से अपने आंगनबाड़ी केंद्र से नदारद है उसके बावजूद कार्यकर्ता के बैंक खाते में लगातार वेतन जमा किया गया है
वहीं आंगनबाड़ी केंद्र नहीं खुलने से बच्चे गांव के गली मोहल्ले में घूमते दिखाई पड़ते हैं । उपरोक्त ग्रामवासी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के खिलाफ अधिकारियों से कई बार लिखित शिकायत कर चुकें है किन्तु महिला एवं बाल विकास विभाग की उदासीनता के आगे ग्रामवासी भी बेबस है वहीं परियोजना अधिकारी आदित्य शर्मा से पूछने पर बताया कि कार्यकर्त्ता संतोषी चौहान अभी अप्रैल 2023 में ज्वाइन की है और 2020 से पहले नदारद थी और उनके अनुपस्थिति के दौरान वेतन नहीं बनाया गया है जबकि कार्यकर्ता के बैंक खातों को देखने से पता चलता है कि वेतन जमा हुआ है
वहीं ग्रमीणों का कहना है कि कार्यकर्त्ता संतोषी चौहान 2020 से लगातार तीन वर्ष से नदारद है । सोनाखान परियोजना अन्तर्गत केवल कोर्राडीह केंद्र ही नहीं बल्कि और अन्य दो केंद्रों में भी लापरवाही कि खबर सामने आई हैं जहां आंगनबाड़ी अपने केंद्र से अक्सर नदारद रहती हैं
सवाल यह है कि तीन साल से नदारद कार्यकर्ता का वेतन बनाना परियोजना अधिकारी सोनाखान के साठगांठ से एक बड़ा भ्रष्टाचार का रूप ले चुका है क्योंकि ग्रामीणों के कई बार लिखित शिकायत करने के बावजूद कार्यकर्ता पर किसी प्रकार का कोई भी कार्यवाही नहीं किया जाना मिली भगत की ओर इशारा करता है जिसकी जांच उच्च स्तर पर कराने कि मांग ग्रामवासी कर रहे हैं
सवाल यह भी एक है कि दिनांक 20 दिसंबर 2022 को सोनाखान में मुख्यमंत्री भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान ग्रामवासियों द्वारा नए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नियुक्ति की मांग कर चुके है लेकिन मांग सिर्फ कागजी कार्यवाही तक सिमट कर रह गया ।
जब इस संबंध में अपीलीय अधिकारी एल आर कच्छप ( जिला कार्यक्रम अधिकारी बलौदाबाजार) से जानकारी लिया गया तो उन्होंने मीडिया के माध्यम से जानकारी मिला है जिसकी जांच करवाता हूं कहकर अपना पल्ला झाड़ दिया ।