बलौदाबाजार कलेक्टर सुनील जैन ने दो पटवारी को‌ दिया नोटिस…. पढे़ किस कारण दी गई नोटिस….

बलौदाबाजार। बलौदा बाजार जिला कलेक्टर सुनील कुमार जैन 13 सितंबर कसडोल विकासखंड के अंतर्गत ग्राम कोट ( क ) , देवरी कला एवं छाछी के खेतों में आकस्मिक पहुँचकर गिरदावरी कार्य का निरीक्षण किया । इस दौरान उन्होंने किसानों एवं ग्रामीणों से मिलकर गिरदावरी कार्य एवं फसलों के बारे में विस्तृत जानकारी ली । उन्होंने ग्राम देवरी कला में मौके पहुँचकर किसान साहेब लाल खसरा नंम्बर 192 के कृषि भूमि का सत्यापन किया । उसी तरह ग्राम कोट क में रामकुमार एवं दशा राम वर्मा के संयुक्त खाताधारक के 822 खसरा का सत्यापन किया जो कि पड़त भूमि था ।

कलेक्टर ने एक अन्य किसान लखन कुमार वर्मा को पूछा कि आपके खेत मे पटवारी गिरदावरी करने पहुंचे है की नही उस पर उसने कलेक्टर को बताया की 6 दिन पूर्व पटवारी आया था और उसके साथ मेरा बेटा मौके पर गिरदावरी करने पहुचे थे । पटवारी ने बताया की अभी 20 प्रतिशत गिरदावरी का कार्य पूरा कर एंट्री कर ली गयी है । शेष कार्य शीघ्र पूरा कर ली जायेगी । कलेक्टर ने ग्रामवासियों एवं किसानों से चर्चा कर मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के संबंध में जानकारी लिया । इस दौरान ग्रामीणों ने योजना के संबंध में अनभिज्ञयता जतायी जिस पर कलेक्टर ने कृषि अधिकारियों ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं एडीओ पर कड़ी नाराजगी व्यक्त किए ।

ग्राम कोट (क) के पटवारी वेद व्यास साहू वही आर आई रमाकांत कैवर्त्य को कार्य मे लापरवाही बरतने के चलते कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है । एवं एसडीएम को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश मौके में ही दिए है । गौरतलब है कि राज्य शासन के निर्देश के अनुसार कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने 30 सितम्बर तक हर हाल में गिरदावरी का काम पूर्ण करने को कहा है ।

उन्होंने गिरदावरी कार्य की लगभग एक महीने की प्रगति पर नाखुशी जाहिर की है । जिला कार्यालय को प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसीलों में फिलहाल 25 से 30 प्रतिशत तक गिरदावरी का काम हुआ है । किसानों से धान खरीदी का काम राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता का काम है । गिरदावरी से ही पता चलता कि वास्तव में कितने रकबे में किसानों धान की फसल लगाई है । इसी के अनुरूप धान खरीदी के लिए किसानों का पंजीयन होता है ।

गिरदावरी के अंतर्गत ग्रामीण स्तर पर पटवारी , ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी हर खसरा नम्बर के रकबे पर पहुंचकर फसल का मुआयना करते हैं और पंजी में रकबे का रिकार्ड रखते हैं । उन्होंने कहा कि इस वर्ष धान की खरीदी का कार्य भुईंया साफ्टवेयर से मिलान करके किया जायेगा । इसलिए इस साफ्टवेयर का आज की तारीख में अपडेट कर दिया जाता है । ये सभी कामों को समय – सीमा में पूर्ण करने की जवाबदारी संबंधित राजस्व अधिकारियों की होती है ।ग्राम कोट ( क ) में क्रेशर संचालन से कृषि भूमि समेत भूमिगत जल स्रोतों के खतरा बताया – सरपंच संगीता साहू सहित उपस्थित ग्रामवासियों एवं किसानों ने गांव में संचालित हो रहें क्रेशर मशीन को कृषि भूमि समेत भूमि गत जल स्रोतों के खतरा बताया ।

उन्होंने बताया कि क्रेशर प्लांट द्वारा 70 से 80 फिट अधिक गहराई कर ली गई है । एवं उनसे निकलने वाले पानी को खेतो की तरफ डाल दिया जाता है । जिससे प्लांट के आसपास की भूमि बंजर होती जा रही है । पानी के दोहन से आसपास के गांव के तालाब भी सुख जाते है । कलेक्टर ने मौके पर तत्काल फोन से खनिज अधिकारी को निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है । आज निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर राजेंद्र गुप्ता , एसडीएम मिथलेश डोण्डे , भू अभिलेख शाखा प्रभारी डिप्टी कलेक्टर के एल सोंरी , तहसीलदार श्यामा पटेल , नायाब तहसीलदार सौरभ चौरसिया , श्रीधर पंडा समेत राजस्व विभाग एवं कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि , किसान बड़ी संख्या उपस्थित रहें ।

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