गाली-गलौज : खबर लगने के बाद बौखलाए BEO ने फोन पर की गाली-गलौज… आखिर क्यों नहीं हो रही प्रभारी प्रधानपाठक पर कार्रवाई ? कलेक्टर ,DEO समेत चार विभागों मे हुई शिकायत…. जाने पुरा मामला…। चमन बहार
Abusing: After getting the news, the furious BEO abused on the phone… Why is the action not being taken against the in-charge Principal? Complaint made in four departments including Collector, DEO…. know the whole matter.
बलौदाबाजार।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी कसडोल के द्वारा प्रभारी प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई नही करने की खबर को चमन बहार MEDIA 24X7 ने प्रमुखता से प्रकाशित किया जिसके बाद बौखलाए बीईओ राधेलाल जायसवाल ने दिनेश देवांगन को दो अलग- अलग मोबाइल नंबर पर फोन कर अनाप- शनाप शब्दों का उपयोग कर गाली- गलौज किया, जिसका सबुत कॉल रिकॉर्ड्स के तौर पर है उनके द्वारा हरामखोर ,बेवकूफ, जैसे कई ऐसे शब्दों का उपयोग किया गया है, जिसके बाद मंगलवार को दिनेश देवांगन ने चार अलग-अलग विभागों मे अफसरों से लिखित रूप से सबुतों के साथ शिकायत किया गया है। शिकायतकर्ता दिनेश देवांगन ने कलेक्टर रंजत बंसल बलौदाबाजार, जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ),जिला बाल संरक्षण अधिकारी बलौदाबाजार और श्रम पदाधिकारी बलौदाबाजार के पास शिकायत किया है इस शिकायत पर अफसरों ने कार्यवाही की आश्वासन दिया है अब देखना यह होगा कि प्रभारी प्रधानपाठक चितेश्वर प्रसाद वर्मा और बीईओ राधेलाल जायसवाल पर किस प्रकार की कार्यवाही होती है।
उच्च अधिकारी के द्वारा गाली-गलौज करना कहा तक की सही बात है?
बीईओ एक उच्च अधिकारी है क्योंकि ब्लाक शिक्षा अधिकारी होते है शिक्षा विभाग के अधिकारी होने के बाद भी उनको यह शिक्षा नही है कि व्यक्ति से कैसे पेश आना है सीधे तौर पर गाली-गलौज करना कहां तक की सही बात है? क्या ऐसे अधिकारी शिक्षकों को ऐसे शिक्षा देते? क्या यही शिक्षा देता है शिक्षा विभाग के अधिकारी? क्या यही शिक्षा देता है कसडोल विकासखंड शिक्षा अधिकारी ?
डीईओ और बीईओ का कहना यह है कि जो दीवालों की पुताई हुई है वह पुराना मामला है नया नही है यह बात प्रभारी प्रधानपाठक चितेश्वर प्रसाद वर्मा ने स्पष्टीकरण मे लिख कर दिया गया है तो पुराना मामले में किस प्रकार की कार्यवाही हुई थी ? क्या उस समय प्रभारी प्रधानपाठक पर वेतन काटने या निलंबित जैसे किस प्रकार की कार्यवाही हुई थी? इस मामले को पुराना बताया जा रहा है और यह दीवालों की पुताई बच्चों से दो बार कराई गई है क्यों इसका सबुत स्पष्टीकरण पत्र खुद दे रहा है क्योंकि भेंट मुलाकात कार्यक्रम देवरीकला मे आयोजित होना वाला था हालांकि वह से कुछ कारणों से नही हो पाया था लेकिन वहां तैयारी पुरी हो गई थी। इसी बीच बच्चों से एक बार और दीवालों की पुताई कराया गया है, क्योंकि अप्रैल 2022 में कोरोनाकाल चल रहा था तो और रही भेट मुलाकात कार्यक्रम की तो करीब चार -पांच महीनों पहले ही भेंट -मुलाकात कार्यक्रम शुरू हुआ है और अप्रैल 2022 में कोरोनाकाल था और उस भेंट -मुलाकात कार्यक्रम शुरू नही हुआ था। इससे यह सिद्ध होता है कि प्रभारी प्रधानपाठक ने दो बार बच्चों से दीवालों की पुताई कराई है ।
गलती अभी की हो या एक साल पुरानी क्यों ना हो कार्रवाई तो करनी चाहिए, अगर कार्यवाही नहीं कर रहे हैं तो सीधी सी बात है जरूर कही ना कही सांठगांठ किया जा रहा है।
आपको बता दें कि प्रभारी प्रधानपाठक चितेश्वर प्रसाद वर्मा एक शिक्षक नेता हैं क्योंकि तहसील शिक्षक संघ कसडोल का अध्यक्ष भी हैं इसीलिए बीईओ राधेलाल जायसवाल का हाथ कार्यवाही के लिए कांप रहा है इससे साफ-साफ अंदाजा लगाया जा सकता है तहसील शिक्षक संघ अध्यक्ष होने पर कार्यवाही नही हो रही है। बल्की मामले को दबाने की कोशिश में लगे हैं। वही इस मामले पर अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। मामले पर अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं।
कसडोल : शासकीय उच्च प्राथमिक शाला देवरीकला के प्रधानपाठक ने स्कूली बच्चों से दीवालों की पुताई कराई… यह लापरवाही 1 बार नहीं 2 बार की गई… शिक्षा के नाम पर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़…BEO और DEO ने क्या कहा पढ़ें….। चमन बहार
कसडोल BEO : BEO नहीं कर रहे कार्यवाही… बच्चों से दीवालों की पुताई मामले में BEO प्रधानपाठक पर मेहरबान…BEO और DEO ने मीडिया को कही यह बात….। चमन बहार