ब्रेकिंग- गोलीकांड बिलासपुर : संजू त्रिपाठी को पिता और भाई ने ही मरवाया …13 आरोपी गिरफ्तार…दिल्ली से बुलाये थे शुटर… नेपाल भागने की थी तैयारी… जाने पुरा मामला। चमन बहार
Shootout Bilaspur: Father and brother killed Sanju Tripathi… 13 accused arrested… Shooters were called from Delhi… Preparations were made to flee to Nepal… Know the whole matter
बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में बुधवार को हुए गोलीकांड में पुलिस ने अभी तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है । कुख्यात बदमाश संजू को मौत की नींद सुलाने में पिता और भाई ने अहम रोल निभाया । पुलिस ने बताया कि जय नारायण त्रिपाठी पिता हरगोविन्द निपाठी उम्र 73 स नि० मछली मार्केट के पीछे शनीचर, बाजार थाना सिटी कोतवाली बिलासपुर हा रोड नंबर 16 रामलू चौक पावर हाउस थाना छावनी मिलाई जिला दुर्ग मृतक संजू त्रिपाठी का पिता है। तथा पैतृक संपत्ति विवाद के कारण अपने छोटे बेटे कपिल त्रिपाठी के साथ मिलकर में चाईल फोन में बात कर घटना साजिश रमा तथा घटना के बाद लगातार गुमराह कर मुख्य आरोपी की को कवाने का प्रयास करता रहा। मिलाई स्थित घर से एक नग पिस्टल बरामद हुआ है। जिसने 0200 एनाम जिन्दा राउड मैग्जीन में लगा है।
कपिल त्रिपाठी पिता जय नारायण त्रिपाठी उम्र 38 साल नि० शैलेन्द्र नगर अमेरी थाना सकरी जना बिलासपुर OTO घटना का मास्टर माइंड संपत्ति विवाद के कारण मृतक संजू त्रिपाठी की हत्या का मुख्यालय है। पैतृक संपत्ति के कारण पूर्व इसके साथ कुदुदंड के मकान में मृतक द्वारा मारपीट की गई थी। इसके द्वारा स्थानीय एवं बाहर के अन्य शूटरों को बुलाकर अंजाम दिया गया है। योजना के तहत घटना के बाद छिपने जम्मू कश्मीर नेपाल, दिल्ली का पूर्व से रेकी कर चुका था तथा घटना में खर्च हुये एवं हथियार खरीदी में खर्च हुये रकम की व्यवस्था भी इसी के द्वारा किया गया था। इसके पहले भी शूटरों को बुलाकर हत्या करने की योजना बना चुका था, परंतु योजना सफल नहीं हो सका था। शूटरों को अपने घर के पीछे स्थित स्वयं के मकान में रुकने की व्यवस्था किया।
इसने अपराध में शामिल अन्य आरोपियों को विश्वास दिलाया कि यह स्वयं बाहर रहकर इनकी मदद करेगा तथा भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी हथियार के साथ गिरफ्तार होते उक्त हथियार को नियोजित तरीके से दो नग पिस्टल को शनीचरी वाले घर तथा एक नम पिस्टल को मिलाई से जप्त कराते, जो इस घटना में प्रयुक्त ही नही हुये हैं। कपिल त्रिपाठी इन्हें न्यायालय से दोषमुक्त कराने का भी आश्वासन दिया था।
प्रारंभिक स्तर पर प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक अपनी हेक्टर कार मा सानी/10/एल/2010 से ग्राम ताल स्थित अपने फार्म हाउस से वापस बिलासपुर आ रहा था। घटना समय तक बैरियर के पास बायपास रोड सकरी पहुंचा था। इसी समय पूर्व से योजनाबद्ध तरीके से घटना घटित करने की तैयारी के साथ मारूती डिजायर मेलेनो कार में सवारी के द्वारा मृतक राजू त्रिपाठी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना पर से थाना सवारी में अपराध क्रमांक 641/2022 धारा 302, 341, 34 भादवि0 25, 27 आमा एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।मृतक की पत्नी किरण त्रिपाठी से पूछताछ करने पर वह बतायी कि मृतक संजू त्रिपाठी का अपने पिता जयनारायण त्रिपाठी तथा सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी से पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद था।
पिता जयनारायण त्रिपाठी तथा सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी के द्वारा योजना बनाकर हत्या करने की आशंका जताई प्रारंभिक जानकारी प्राप्त होने पर वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश पर संदेही तथा अज्ञात आरोपियों की पतासाजी हेतु टीम गठित कर विभिन्न क्षेत्रों में रवाना किया गया। विवेचना पतासाजी के दौरान आरोपियों द्वारा घटना से उपयोग किये गये बैलेनो कार को कोटा रोड पर स्थित ग्राम पोड़ी, स्कार्पियो वाहन को मिलाई, ऐलेन्द्रा कार को मुगेली रोड पर स्थित दाउ मेडिकल स्टोर के पास से बरामद किया गया है।मृतक की पत्नी से प्राप्त जानकारी के आधार पर मृतक के पिता आरोपी जय नारायण त्रिपाठी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई तथा उसके मोबाइल का परीक्षण अवलोकन किया गया। जिससे यह तथ्य ज्ञात हुआ कि संदेही जय नारायण त्रिपाठी के कुल सगँ चार पुत्र-पुत्री है तथा आरोपी जय नारायण त्रिपाठी द्वारा एक लड़की को गोद लिया गया है।
गोद ली हुई पुत्री पर मृतक राजू त्रिपाठी हमेशा मुरी नीयत रख उसका शारीरिक शोषण करता था। आरोपी जय नारायण त्रिपाठी की संपत्ति जो शनीचरी बिलासपुर में है, उसे अपने हिस्से में लिखवाने हेतु निरंतर दबाव बनाता था अपने छोटे भाई कपिल त्रिपाठी को हिस्सा न देने हेतु भी दबाव बनाता था। उक्त संपत्ति को मृतक संजू त्रिपाठी अपने नाम पर पिता द्वारा लिखकर नहीं देने के कारण मृतक राजू त्रपाठी द्वारा कार अपने आरोपी पिता के साथ मारपीट हमला किया जा चुका है।
प्रारंभिक विवेचना में यह भी ज्ञात हुआ कि दत्तक पुत्री के साथ जय नारायण का भी अवैध संबंध है। मृतक संजू त्रिपाठी द्वारा जय नारायण त्रिपाठी की दत्तक पुत्री के साथ बलपूर्वक शारीरिक संबंध बताना व शनीचरी में स्थित मकान व दुकान जहां दत्तक पुत्री एवं उसका परिवार रहता था. उसे जय नारायण त्रिपाठी दत्तक पुत्री को देना चाहता था।
पैतृक संपत्ति के बटवारे को लेकर निरंतर विवाद था। इसी विवाद के कारण आरोपी जय नारायण त्रिपाठी, आरोपी कपिल त्रिपाठी दत्तक पुत्री भरत तिवारी और आशीष तिवारी सभी के द्वारा एक राय होकर संजू त्रिपाठी की हत्या करने की योजना बनाया गया। जिसकी पुष्टि जय नारायण के मोबाईल में सुरक्षित ऑडियो रिकार्ड से हुई है। जिसमे कपिल अपने पिता जय नारायण त्रिपाठी को बोल रहा है कि उसके द्वारा संजू त्रिपाठी हत्या करने के बाद कपिल त्रिपाठी को हत्या करने के पश्चात नेपाल भागने की बात भी बोल रहा है।
जय नारायण त्रिपाठी, कपिल त्रिपाठी दत्तक पुत्री भरत तिवारी और आशीष तिवारी द्वारा संजू त्रिपाठी को हत्या की योजना को मूर्त रूप देने के लिये के कपिल त्रिपाठी के द्वारा अपने नजदीकी सहयोगियो सुमीत निर्मलकर तथा प्रेम श्रीवास से राजू त्रिपाठी की हत्या करने के संबंध में चर्चा किया।
तत्पश्चात कपिल त्रिपाठी के कहने पर प्रेम श्रीवास द्वारा उत्तरप्रदेश से 05 शूटर बुलाया गया। शूटर लगभग एक माह पूर्व बिलासपुर पहुंचे। जिनको कपिल त्रिपाठी द्वारा अपने घर के पास स्थित अपने ही फार्म हाउस शैलेन्द्र नगर अमेरी में रूकवाने की व्यवस्था किया। रायगढ़ निवासी एक हथियार सप्लायर के साथ कपिल त्रिपाठी एवं प्रेम श्रीवास अधिकापुर गये जहां कपिल त्रिपाठी द्वारा झारखंड के हथियार सप्लायर से दो लाख रूपये नगद देकर एक पिस्टल तथा 10 राउंड खरीदा था।
जिसका पता तलाश जारी है।कपिल त्रिपाठी अपने भाई संजू त्रिपाठी की हत्या करने के लिये बनाये गये योजना के अनुसार कपिल त्रिपाठी अपने साथ स्थानीय सहयोगी सुगीत निर्मलकर प्रेम श्रीवास अमन गुप्ता, भरत तिवारी, आशीष तिवारी व तिवारी राजेन्द्र ठाकुर को मृतक की गोली मारकर हत्या करने के अपराध को अंजाम देने के लिये शानी किया गया।। उन्दारी दिल्या नेपाली में ये जंगल जाते समय द कपिल और सुमीत निमलकर को गिरफ्तार किया गया।