छत्तीसगढ़ : 8 वीं की छात्र ने रची अपहरण की झूठी कहानी, चाकू की नोक पर हुआ था मेरा अपहरण…वजह जानकर पुलिस भी हैरान…जाने पुरी खबर… । चमन बहार
कोरबा।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक छात्र ने अपने अपहरण की झूठी कहानी रच डाली। छात्र ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि उसे परीक्षा नहीं देनी थी। इस बीच वो परीक्षा के समय स्कूल भी पहुंचा और रोते-घबराते हुए प्रिंसिपल से बोला कि सर चाकू की नोंक पर मेरा अपहरण हो गया था। मैं किसी तरह से भागकर स्कूल आया हूं। ये जानने के बाद प्रिंसिपल ने पुलिस को इस बात की सूचना दी। फिर जब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, तब जाकर इस झूठी कहानी का पता चल पाया है। मामला उरगा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला तिलकेजा गांव का है। यहां रहने वाला अजय यादव (15) गांव के ही सरकारी स्कूल में 8 वीं का छात्र है। अजय के पिता गांव में ही खेती-किसानी करते हैं। इन दिनों अजय के स्कूल में परीक्षाएं चल रही हैं। इस वजह से अजय भी सुबह 9.30 बजे अपने घर से स्कूल जाने निकला था। इसके बाद वह करीब 10.30 बजे स्कूल पहुंचा। वहां वो काफी घबराया हुआ था। स्कूल पहुंचते ही छात्र ने स्कूल के प्रिंसिपल एल.के श्रीवास्तव से मुलाकात की।
छात्र ने प्रिंसिपल को बताया कि सर मैं स्कूल के लिए आ रहा था। इसी बीच रास्ते में मुझे बाइक सवार 2 लोगों ने किडनैप कर लिया था। मैं किसी तरह से वहां से भागकर आया हूं, मुझे डर लग रहा है। ये सुनने के बाद प्रिंसिपल भी घबरा गए और उन्होंने तुरंत ही पुलिस को इस बात की सूचना दी थी। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।
स्कूल पहुंचने पर पुलिस ने छात्र से बात की। तब छात्र और घबराने लग गया। उसने पहले तो पुलिस को भी वही कहानी बताई, जो प्रिंसिपल को बताई थी। मगर पुलिस को उस पर शक हुआ। ऐसे में पुलिस ने सख्ती से उससे जब पूछताछ की, तब छात्र ने बताया कि ये कहानी झूठी है।
छात्र ने बताया कि मैंने पढ़ाई नहीं की थी। इसलिए मैं परीक्षा भी नहीं देना चाहता था। इस वजह से मैंने ये कहानी बनाई।उसने बताया कि मैं स्कूल जाने के लिए निकला था। रास्ते में 2 बाइक सवार मिल गए तो मैंने उन्हें रोक लिया। फिर बीच में उनके साथ बैठ गया और स्कूल की तरफ ना जाकर किसी और तरफ चला गया था। वे लोग भी गांव के नहीं थे। इसलिए उन्हें पता नहीं चला कि स्कूल किस तरफ है। वो लोग मुझे छोड़कर चले गए थे। छात्र के घर से स्कूल की दूरी 3 किलोमीटर है।
छात्र ने बताया कि मैं बीच में इसलिए बैठा था कि लोगों के लगे कि मेरा अपहरण हुआ है। लोग ये देख पाएं कि मुझे कोई ले जा रह है। इस वजह से में बीच में बैठा था। पुलिस भी ये सुनकर हैरान है। छात्र के बयान के बाद पुलिस ने उसे अब काफी समझाया है और परिजनों के हवाले कर दिया है। पुलिस ने बच्चे को आगे से ऐसा नहीं करने की समझाइश दी है। वहीं स्कूल से ये पता चला है पिछले 12 दिनों से छात्र स्कूल नहीं गया था।