कटगी। कटगी जोंक नदी पुल पर कभी भी दुर्घटना घट सकती है पुल पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं पुल पर दर्जनों गड्ढे होने से गाड़ी चलाने से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है , इन दिनों पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है इस पुल से होकर नेता, अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है फिर भी इस पर प्रशासन का ध्यान नहीं है। पुल की दोनों तरफ बनी नालियां मे पूरी तरह मिट्टी व कचरे की परत जम चुकी है बारिश का पानी इन गड्ढों में भर जाता है
रोज गुजरती सैकड़ों गाड़ियां… इसी रोड से होकर बलौदा बाजार होते हुए रायगढ़ ,जांजगीर-चांपा, कोरबा, सारंगढ़, संबलपुर ,बरगढ़, उड़ीसा सहित शहरों की सैकड़ों की संख्या में गाड़ियां गुजरती है जोंक नदी पुल रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़ ,उड़ीसा आदि को जोड़ने का एकमात्र पुल और यह पुल गिरौदपुरी धाम और छत्तीसगढ के काशी कहे जाने वाले खरौद नगद को भी जोड़ता है।
पुल के दोनों तरफ जमी गंदगी, पानी निकासी नहीं… पुल रोड के दोनों तरफ धूल मिट्टी की परत जम चुकी है और उसी मिट्टी ,कचरे में घास जग रही है। जिसे दोनों तरफ की नाली पूरी तरह बंद हो चुकी है। आजकल बरसात दिनों में पानी नाली से नहीं निकलने के कारण रोड पर बड़े गड्ढे में जमा हो जाती है इसके कारण पैदल पार करने वाले राहगीरों को भारी परेशानी होती है, गाड़ी से उनके कपड़े खराब हो जाते हैं जिससे राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
रात के अंधेरे में दुर्घटना होने की आशंका…. वही रात के अंधेरे में इस मोड़ पर चलना बड़ी बात है क्योंकि इस पुल पर लाइट नहीं लगी है और इस पुल पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं जिससे इसमें चलने में काफी दिक्कत होती है। क्षेत्र वसियों ने पुल की मरम्मत और पुल पर लाइट लगवाने की मांग कर रहे हैं….
नई दिल्ली।भारतीय रेलवे लगातार अपनी सेवाओं और तकनीकी को डेवलेप करती रहता है, आज का दिन भी रेलवे के लिए बेहद ऐतिहासिक रहा है,आज रेलवे दो ट्रेनों की फुल स्पीड में टक्कर कराने की कोशिश की, लेकिन रेलवे की
Brother-in-law’s death: The painful death of brother-in-law in a road accident … The car hit the bike. Chaman Bahar बलौदाबाजार। रायपुर-बलौदाबाजार मुख्य मार्ग पर पलारी थाना क्षेत्र के ग्राम पहंदा
नई दिल्ली। तमिलनाडु के नलगोंडा में प्लेन हादसे का शिकार हो गया। बिजली के खंभे से टकराकर एविएशन एकेडमी का प्लेन क्रैश हुआ। ट्रेनी पायलट की मौत हो गई। महिला ट्रेनी पायलट तमिलनाडु की ही रहने वाली थी। आंध