शिक्षा विभाग में हड़कंप… हड़ताल कर रहे 270 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी….DEO ने सेवा समाप्ति करने कारण बताओ नोटिस जारी किया… पढ़ें कारण बताओ नोटिस…। चमन बहार

दिनेश देवांगन.

रायपुर।

वेतन विसंगति की अनिश्चितकालीन हड़ताल को देखते हुए कही ना कही शासन, प्रशासन कई प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं लेकिन शिक्षक भी अपनी फेडरेशन के साथ व एकता के साथ अपनी मांग पर अड़े हुए है। इसी बीच एक खबर निकलकर आ रही जो रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी ने करीब 270 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है ।

जिसमे विषय में लिखा है कि सेवा समाप्ति हेतु कारण बताओ नोटिस जारी किया गया हैं जिसमें आगे लिखा है कि प्रदेश के सहायक शिक्षक / समग्र शिक्षक (एल.बी.) छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के आव्हान पर 10 अगस्त से अनाधिकृत रूप से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं । इसमें आप भी अनाधिकृत रूप से शामिल रहे हैं। इस हड़ताल से स्कूलों में अध्ययन-अध्यापन कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है विद्यालयों में तालाबंदी की स्थिति भी निर्मित हो रही है एवं अध्ययनरत बच्चों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो रहा है, जिससे शासन की छवि धूमिल हो रही है आपका उक्त कृत्य स्वेच्छाचारिका का परियच देती है।आपके उक्त कृत्य से शाला में विद्यार्थियों का अध्ययन-अध्यापन कार्य प्रभावित होता रहा है, जिससे समग्र रूप से भारत सरकार (शिक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली) द्वारा राज्य को प्रदान रैंकिंग भी प्रभावित हुई है तथा विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके माता-पिता, पालकों तथा नागरिक समाज में गहरा आक्रोश परिलक्षित हुआ है। इस प्रकार आपने अपने कृत्य से छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के संदर्भ में स्वयं को दंड का भागी बना लिया है । अतः आप अपना स्पष्टीकरण (प्रमाण स्वरूप दस्तावेज के साथ) 03 दिवस के भीतर

उक्त कृत्य से शाला में विद्यार्थियों का अध्ययन-अध्यापन कार्य प्रभावित होता रहा है, जिससे समग्र रूप से भारत सरकार (शिक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली) द्वारा राज्य को प्रदान रैंकिंग भी प्रभावित हुई है तथा विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके माता-पिता, पालकों तथा नागरिक समाज में गहरा आक्रोश परिलक्षित हुआ है।

इस प्रकार आपने अपने कृत्य से छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के संदर्भ में स्वयं को दंड का भागी बना लिया है । अतः आप अपना स्पष्टीकरण (प्रमाण स्वरूप दस्तावेज के साथ) 03 दिवस के भीतर अधो हस्ताक्षरकर्ता के सम्मुख अनिवार्यतः प्रस्तुत करें कि क्यों ना आपके विरुद्ध सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाये ।

आपका लिखित प्रतिवाद यदि निर्धारित समयावधि के भीतर प्राप्त नहीं होता है, या प्रतिवाद समाधान कारक नहीं होता है तो आप के विरुद्ध एकपक्षीय कार्यवाही की जायेगी, जिसके लिए आप स्वयं उत्तरदायी होंगे।

पढ़े कारण बताओ नोटिस….

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