तिल्दा में 7 दिन गूंजा श्री शिवाय नमस्तुभयम महामंत्र : लाखों भक्तों ने पंडित प्रदीप मिश्रा से कथा सुन लिया धर्मलाभ…. लाखों की संख्या मे भीड़… पंडाल को प्रणाम कर लौटे हजारों श्रद्धालु…अनुज शर्मा भी पहुंचे…. पढ़ें…। चमन बहार

Shree Shivay Namastubhayam Mahamantra echoed for 7 days in Tilda: Lakhs of devotees heard the story from Pandit Pradeep Mishra, Dharmalabh…. Crowd in lakhs… Thousands of devotees returned after paying obeisance to the pandal… Anuj Sharma also reached… .. Chaman Bahar

पंडित मिश्रा ने कहा- खुद पर विश्वास कर पूरे कॉन्फिडेंस के साथ कार्य करें, सफलता जरूर मिलेगी

(फोटो व कंटेंट : संजय सेन)

तिल्दा-नेवरा।

अंतरराष्ट्रीय कथाकार प्रदीप मिश्रा के श्री कांवड़ शिव महापुराण कथा से पूरा तिल्दा नेवरा शिवमय हुआ। सात दिनों तक नगर में श्री शिवाय नमस्तुभयम का महामंत्र गूंजा ।
श्री कांवड़ शिव महापुराण कथा का 7 अगस्त को समापन हुआ। अंतिम दिन कथा सुबह 8 से 12 बजे तक चली। लाखों भक्तों ने इस भक्तिमय आयोजन से जुड़कर धर्मलाभ लिया। हजारों भक्तों सहित तिल्दा वासियों ने पंडित प्रदीप मिश्रा को भावभीनी विदाई दी।

कथा में आज कथाकार प्रदीप मिश्रा ने कहा कि आपको जो कार्य करना है,जो भी व्यापार कार्य करना चाहते हो वो करो, आप बिना कांफिडेंश में काम शुरू करते हो और फिर बीच बीच में दूसरे लोगों के बताए जाने पर अपना काम बदलते रहते हो, इससे आपका कार्य कभी पूरा नहीं होता है। हमें दूसरो के अनुसार नहीं चलना चाहिए, क्योंकि हमारी परिस्थित को हम जानते है, उन्हें दूसरे अनुभव नहीं कर सकते। हमे खुद पर विश्वास करते हुए, जो भी कार्य करना है, बड़े लगन सेकार्य करना चाहिए, इससे ही सफलता मिलती है। हमें पूरे कांफिडेंस से कार्य करना चाहिए।

पंडित मिश्रा ने कहा कि आज कल लोभ लालच में लोग धर्म बदल देते है। जबकि सभी धर्म का जड़ सनातन धर्म है, दुनिया में सारे धर्म का पिता सनातन धर्म है,सभी इसी से निकले है। अगर आपको महादेव के मंदिर जाने से अच्छा लगता है तो बिना किसी झिझक के मंदिर जाओ। लोग रोकेंगे तो उनकी बात मत सुनो,उनका काम है कहना और रोकना, हमेशा सुनना अपनी मन की।

कथा में प्रदीप मिश्रा ने बताया कि तिमोदी नाम का एक भोलेनाथ का भक्त था, जो बहुत गरीब था। उसके पास छोटी सी नाव थी। जितने घंटा मछली पकड़ता उतने घंटा बालू से शिवलिंग बनाकर ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करता। नाव छोटी सी लेकिन नाव चलाने का तरीका विचित्र था। बहुत तेज नाव चलाता था,जिससे बड़े नाविक उन्से ईष्या करते थे। बालू के एक शिवलिंग में हजारों करोड़ों कण होते, जिससे उतने शिवलिंग का पुण्य मिलता है। तिमोदी रोज मछली पकड़ने के पहले यही कार्य कर्ता था। बेल पत्ता नहीं मिलने पर अपनी हाथ के तीन उंगली को रख देता था और भोलेनाथ को कहता था यही बेल पत्र है। महादेव तिमोदि से बड़े नाविक जो तिमोदी के तेज नाव चलाने के कारण ईष्या करते थे उसी कारण उन्होंने ने एक षड्यंत्र पूर्वक प्रतियोगिता रखी। कहा इस पार से उस पार जाना है, जो हारेगा उसे 10 नाव और दोनो हाथ देना है। वो आंधी तूफान में तिमोदी हार जाता है, बड़े नाविक तिमोदी का हाथ ले लेते है। तिमोदी घर में अकेला भूखा प्यासा रहता था। कुछ दिन बाद भगवान भोलेनाथ ग्वाला का रूप धरकर उसे रोज खाना खिलाते आते थे,क्योंकि वे उनके भक्ति से प्रसन्न थे।

अनुज शर्मा ने भंडारे में बटाया हाथ…..

आज छत्तीसगढ़ के छालीवुड सुपर स्टार भाजपा नेता पद्मश्री अनुज शर्मा कथा सुनने आए थे और कथा पंडाल के बाहर भाजपा जिला महामंत्री अनिल अग्रवाल,दिनेश निन्न्वा वाले और मनोज गोयल सपरिवार चाय नाश्ता वितरण कर रहे थे। इनके साथ मिलकर अनुज शर्मा ने भी सेवा की। भाजपा तिल्दा के नरेंद्र शर्मा,इश्वर यदु, भागबली साहू, सम्मिलित हुए। अनुज शर्मा ने भंडारे में हाथ बटाकर कहा कि आप सभी भक्तों का दर्शन करके मेरा जीवन धन्य हो गया।

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