कसडोल BEO : BEO नहीं कर रहे कार्यवाही… बच्चों से दीवालों की पुताई मामले में BEO प्रधानपाठक पर मेहरबान…BEO और DEO ने मीडिया को कही यह बात….। चमन बहार
Kasdol BEO: BEO is not taking action… Kind to the BEO Principal in the matter of children painting the walls… Said this to the media
बलौदाबाजार।
कसडोल विकासखंड के शासकीय उच्च प्राथमिक शाला देवरीकला में प्रभारी प्रधानपाठक चितेश्वर प्रसाद वर्मा ने बच्चों से दीवालों की पुताई करवाई थी इस बात का जिक्र उन्होंने खुद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कसडोल को लिखकर दिया है। आपको बता दें की अप्रैल 2022 मे और भेंट मुलाकात कार्यक्रम के पहले प्रधानपाठक चितेश्वर प्रसाद वर्मा ने छात्रों के जरिए दिवालों की पुताई कराई गई थी।
16 तारीख को प्रकाशित खबर…
कसडोल : शासकीय उच्च प्राथमिक शाला देवरीकला के प्रधानपाठक ने स्कूली बच्चों से दीवालों की पुताई कराई… यह लापरवाही 1 बार नहीं 2 बार की गई… शिक्षा के नाम पर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़…BEO और DEO ने क्या कहा पढ़ें….। चमन बहार
टुटी सीढ़ी में बच्चों से दीवाल की पुताई कराई थी इस खबर को चमन बहार MEDIA 24X7 ने प्रमुखता से दिखाया था, जिसके बाद भी बीईओ राधेलाल जायसवाल ने इस मामले पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की है और उन्होंने कहा की कलेक्टर सर वर्जन देने के लिए मना किये है कोई वर्जन वगैर नही देना है, इससे साफ पता चलता है कि बीईओ और प्रधानपाठक के बीच सांठगांठ है इसी कारण से इस मामले पर कार्यवाही नही हो रही है बल्कि इस मामले को पुराना बता कर मामला को दबाने की कोशिश की जा रही है।
वही आपको बता दें कि पहले भी बच्चों से दीवालों की पुताई कराई गई थी उस वक्त भी शिक्षा अधिकारियों के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही की गई थी। ऐसे में शिक्षा विभाग के अधिकारी इस प्रकार के शिक्षक पर मेहरबान है जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई पुरी नही हो पा रही है और उनके भविष्य के साथ सीधे तौर पर खिलवाड़ हो रहा है । ऐसे मे कैसे सुधरेगा पढ़ाई का स्तर?
देखे मीडिया के सामने BEO ने क्या कहा…
DEO ने क्या कहा पढ़ें…
वह मामला पुराना है करंट का फोटो नही है पुराना फोटो है उस समय कोरोना काल चल रहा था कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
“चैनु सिंग ध्रुव”
जिला शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार-भाटापारा (छ0ग0)
वही जिला शिक्षा अधिकारी के बयान से यह भी स्पष्ट हो रहा है कि कोरोना काल में भी बच्चों के द्वारा दीवालों की पुताई कराई गई थी मतलब लगातार नियमों का अवहेलना किया गया था जिसके बाद भी कोई कार्यवाही नही की गई है।
प्रधानपाठक ने बीईओ को लिखी यह बात ….