लोकवाणी की 26वीं कड़ी प्रसारित:छत्तीसगढ़ में तीन वर्षों में नये उद्योग की स्थापना के साथ हजारों लोगों को मिला रोजगार… पढ़ें पूरी खबर…
छत्तीसगढ़ रोजगार मिशन: पांच वर्षों में 15 लाख रोजगार स्थापना का लक्ष्य…सुगम उद्योग, व्यापार और उन्नत कारोबार’’ विषय पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से की बात….
रायपुर।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 26वीं कड़ी में आज ‘‘सुगम उद्योग, व्यापार-उन्नत कारोबार’’ विषय पर प्रदेशवासियों से बात-चीत की। मुख्यमंत्री श्री बघेल की रेडियोवार्ता लोकवाणी की 26वीं कड़ी को आज तिल्दा विकासखंड के ग्राम गनियारी के मनरेगा में कार्य कर रहे ग्रामीणों ने सुना।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में सभी को आजीविका और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पहल की जा रही है। वन क्षेत्र, ग्रामीण क्षेत्र, सरकारी क्षेत्र, अर्द्धसरकारी क्षेत्र हो या निजी क्षेत्र, जहां भी रोजगार के अवसर दिख रहे हैं, वहां सरकार योजना बना कर कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ में उद्योग, व्यापार और कारोबार के लिए अनुकूल वातावरण है।राज्य में हमने शुरू से ही ऐसे कार्यों को महत्व दिया है, जिससे प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आए और रोजगार के अवसर बढ़ें।
ग्रामीणों श्रीमती ममता,श्रीमती केजबती,श्रीमती दुलारी,श्रीमती कल्याणी,श्री टिकेश्वर,श्रीमती नंदनी,श्रीमती प्यारी,ने कहा कि सरकार के फैसलों से गांवों की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। उसका लाभ उद्योग और व्यापार जगत को भी मिला। निश्चित तौर पर सबके सहयोग से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को प्रदेश की अर्थव्यवस्था का आधार बनाने में सहायता मिलेगा।ऐसे प्रयासों के कारण छत्तीसगढ़ में तीन वर्षों में नए उद्योग स्थापित होने के साथ-साथ हज़ारो लोगों को रोजगार का अवसर मिला है।
श्री हेमंत आडिल, श्रीमती सुशीला,श्रीमती कलिन्द्री,श्री सेवक,श्रीमती रूखमणी,श्री राजेन्द्र आदि ग्रामीणों ने कहा कि धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति मिलने से धान के बम्पर उत्पादन को सही दिशा में उपयोग करते हुए बड़े पैमाने पर एथेनॉल बना सकते हैं और इससे बहुत बड़े पैमाने पर रोजगार का अवसर भी बनेगा। इससे धान उत्पादक किसानों को बेहतर दाम मिलेगा और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमने उद्योगों की सुगमता पर भी जोर दिया है। निश्चित तौर पर ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मापदण्ड विश्व बैंक द्वारा तय किए जाते हैं।इससे पता चलता है कि किसी देश अथवा किसी राज्य में कामकाज की सुगमता की क्या स्थिति है।ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मापदण्डों में हमारा छत्तीसगढ़ देश के प्रथम 6 राज्यों में शामिल है।ग्रामीणों श्री बलराम और मेट श्रीमती दामिनी,श्रीमती पार्वती,श्रीमती रीना ने कहा कि भू-खण्डों की खरीदी और बिक्री पर लगी रोक को हटाने से कारोबार और रोजगार के अवसर बढ़ा है।एक भू-खण्ड बिकने से क्रेता-विक्रेता के अलावा उस भू-खण्ड को विकसित करने वाले कई लोगों को लाभ मिलता है।
सीमेंट, लोहा, भवन सामग्री के विक्रेता, बिजली, नल, मिस्त्री, बढ़ई, राजमिस्त्री और कई तरह के काम करने वाले लाखों लोगों को रोजगार मिलता है। इससे लाखों लोगों की रोजी-रोटी चलने लगी।सरकार ने संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों के श्रमिकों के कल्याण की योजनाएं बनाकर परंपरागत कौशल को नवीन ज्ञान से संवारने हेतु उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था काबिले तारीफ है।इससे ऐसे अवसर पैदा होंगे कि श्रमिकों को अन्य प्रदेशों में जाना नहीं पड़ेगा।